किसी का फेका गया कचरा,
किसी की ख्वाहिश का सामान हो गया,
जिनको बडी ख़्वाइश से खुशियों का ताज पहनाया,
दूसरे दिन ओ कचरे का मोहताज हो गया!
वाह रे कुदरत
तेरी हुकूमत पे सब कुर्बान हो गया..!!
ढूंढने वाला कल भी तुजसे आज बिछड़ा गया...!
वक़्त की हुकूमत के आगे हर एक गरीब भी खुशियों से अमीर बन गया...!!
-TheExWriter✍🏻
किसी की ख्वाहिश का सामान हो गया,
जिनको बडी ख़्वाइश से खुशियों का ताज पहनाया,
दूसरे दिन ओ कचरे का मोहताज हो गया!
वाह रे कुदरत
तेरी हुकूमत पे सब कुर्बान हो गया..!!
ढूंढने वाला कल भी तुजसे आज बिछड़ा गया...!
वक़्त की हुकूमत के आगे हर एक गरीब भी खुशियों से अमीर बन गया...!!
-TheExWriter✍🏻