मतलब की ये दुनिया जब मुझे समझ आयी थी
दिल मे लगी आग जुबां से ज्वाला बनकर निकली थी
दिल ने दिमाग से कहा था हार चुका है तू खुदसे
खुद के जसब्दो से इन जूठी तस्सलीयो से।
कल तक कि नजरो मे सीधा साधा से था मैं
परिंदों को फूल देकर नवाज ता था मैं
बस हार गया था मैं खुदसे
इनके अपने पन के जूठे दिखावे से।
मैं तो सीधा साधा सा हु
भरोसा हर शख्स पे करता हु
अब हर चुका हूं मैं खुदसे
अपने ही लोगों से अपने ही दिल से.........।
-TheExWriter✍🏻
-TheExWriter✍🏻